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नई दिल्ली: ऐसा शायद ही कोई होगा, जिसे यह स्ट्रीट फूड यानी ‘मोमोज’ (Momos) खाना पसंद न हो। मोमोज इन दिनों कई लोगों का पसंदीदा स्ट्रीट फूड बन चुका है। क्या बच्चे, क्या बड़े, हर कोई मोमोज देखते ही खुद को रोक नहीं पाता है। आज हर रेस्तरां, मार्केट, मॉल, फूड स्ट्रीट, रोड साइड आपको मोमोज बेचने वाला जरूर मिल जाएगा।
जानकारों के अनुसार, मैदे से बनी यह डिश चटपटी और तीखी चटनी और मेयोनीज के साथ सर्व की जाती है। हालांकि, स्वाद में लाजवाब यह व्यंजन आपकी सेहत के लिए बेहद हानिकारक है। अगर आप भी उन लोगों में से हैं, जो चटकारे लेकर अक्सर मोमोज खाते हैं, तो आइए जानें इससे होने वाले कुछ भयानक नुकसान के बारे में-
एक्सपर्ट्स के अनुसार, ऐसा नहीं है कि मोमोज कोई बुरी चीज है। लेकिन, इनका फायदा इस बात पर निर्भर करता है कि बनाने वाले ने किस तरह के मसालों और तकनीक का उपयोग किया है। हमारे बाजारों में मोमोज की भी कई वरायटीज हैं, जिनमें से कुछ हेल्थ के लिए बेहद नुकसानदायक हैं। आमतौर पर मोमोज बनाने के लिए सस्ती क्वालिटी की सब्जियों और चिकन का इस्तेमाल किया जाता है। घटिया क्वालिटी की इन सब्जियों से अनेक बीमारियां होने का डर रहता है, तो खराब क्वालिटी के चिकन में कई तरह के हार्मफुल बैक्टीरिया पाए जाते हैं।
अक्सर मार्केट में मिलने वाले मोमोज सफेद और सॉफ्ट होते हैं। उन्हें इस तरह का बनाने के लिए इसमें ब्लीच, क्लोरीनगैस, बेंजोयल पराक्साइड एजो कर्बेमिड मिलाया जाता है। यह सारे केमिकल्स आपकी किडनी और पैंक्रियास (kidney and pancreas) को डैमेज करते हैं और डायबिटीज (Diabetes) का खतरा भी बढ़ाते हैं।
भले ही ‘स्टीम्ड मोमोज’ (Steamed Momos) में तेल का इस्तेमाल नहीं किया जाता हो, लेकिन ये हार्ट प्रॉब्लम की वजह बन सकता है। मोमोज को मैदे से बनाया जाता है। मैदा कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है। अगर आप कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) को बढ़ने से रोकना चाहते हैं, तो मोमोज खाने से बचना चाहिए।
अक्सर मोमोज बेचने वाले इसे स्वादिष्ट और सुगंधित बनाने के लिए इसमें मोनोसोडियम ग्लूटामैट नामक केमिकल मिलाते हैं। यह केमिकल न सिर्फ मोटापा बढ़ाता है, बल्कि ब्रेन और नर्वस की समस्या, चेस्ट पेन, हार्ट रेट और बीपी बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभा सकता है।